Thursday, August 21, 2025

Growth Sector India 2026- Digital Infrastructure and Connectivity - MeriPehchaan- Citizen’s single identity across the system -हर व्यक्ति के पास सिंगल डिजिटल आईडी (Digital ID)

 Growth Sector India 2026- Digital Infrastructure and Connectivity

 National Informatics Centre - NIC Single Sign-On Platform (Parichay)- Parichay(SSO)

What Is MeriPehchaan?

 MeriPehchaan, a Single Sign-On platform authenticates citizens easily and securely. It is an extensive collaboration of the three mainstream SSO platforms Jan Parichay, e-Pramaan, and e-Pramaan. MeriPehchaan authenticates the user based on multiple authentication parameters like username, mobile number, Aadhaar, PAN, etc.

 

Single Sign-On


Single Sign-On is a centralized session and user authentication service in which a set of login credentials can be used to access multiple applications during the same session. The service helps in providing a seamless user experience by eliminating the need of proving the user identity to different applications. 


सिंगल साइन-ऑन एक केंद्रीकृत सत्र और उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण सेवा है जिसमें एक ही सत्र के दौरान कई अनुप्रयोगों तक पहुंचने के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल के एक सेट का उपयोग किया जा सकता है। सेवा विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयोगकर्ता की पहचान साबित करने की आवश्यकता को समाप्त करके एक सहज उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करने में मदद करती है।

Key Benefits of Using MeriPehchaan


The basic objective of MeriPehchaan is to eliminate individual & repetitive sign-on procedures by centralizing user authentication and identity management at a central identity provider. It increases user productivity on a national level as its intuitive interface allows better user mobility and provides seamless access to multiple services and applications by authenticating just once.

मेरी पहचान का मूल उद्देश्य एक केंद्रीय पहचान प्रदाता पर उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण और पहचान प्रबंधन को केंद्रीकृत करके व्यक्तिगत और दोहराव वाली साइन-ऑन प्रक्रियाओं को समाप्त करना है। यह राष्ट्रीय स्तर पर उपयोगकर्ता उत्पादकता को बढ़ाता है क्योंकि इसका सहज इंटरफ़ेस बेहतर उपयोगकर्ता गतिशीलता की अनुमति देता है और केवल एक बार प्रमाणित करके कई सेवाओं और अनुप्रयोगों तक सहज पहुंच प्रदान करता है।
 

 How can I join MeriPehchaan?


MeriPehchaan is a collaboration of 3 national level SSO, so a user may register on any of the three mainstream SSO platforms. The citizen may register by providing a Mobile number, Name, and Gender to create credentials i.e. username and password. User may also perform eKYC using Aadhaar and PAN.

मेरी पहचान 3 राष्ट्रीय स्तर के एसएसओ का सहयोग है, इसलिए एक उपयोगकर्ता तीन मुख्यधारा के एसएसओ प्लेटफार्मों में से किसी पर भी पंजीकरण कर सकता है। नागरिक क्रेडेंशियल यानी उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड बनाने के लिए मोबाइल नंबर, नाम और लिंग प्रदान करके पंजीकरण कर सकते हैं। उपयोगकर्ता आधार और पैन का उपयोग करके ईकेवाईसी भी कर सकता है।
 

 

 

 

 

 

 

@Gov.in | e-Forms (eforms.nic.in) 

 

 

 


हर व्यक्ति के पास सिंगल डिजिटल आईडी (Digital ID) होगी. इससे आधार पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट समेत सभी दस्तावेज एक दूसरे से लिंक होंगे. यानी आपको आधार, पैन (PAN) या लाइसेंस के वेरिफिकेशन के लिए अलग-अलग आईडी देने की जरूरत नहीं होगी.


आने वाले समय में देश के हर व्यक्ति के पास सिंगल डिजिटल आईडी (Digital ID) होगी. इससे आधार पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट समेत सभी दस्तावेज एक दूसरे से लिंक होंगे. यानी आपको आधार, पैन (PAN) या लाइसेंस के वेरिफिकेशन के लिए अलग-अलग आईडी देने की जरूरत नहीं होगी. इस नई तकनीक पर इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय (MeitY) काम कर रहा है. MeitY ने केंद्रीकृत डिजिटल पहचान (Federated Digital Identities) का एक नया मॉडल प्रस्तावित किया है.

प्रस्तावित मसौदे में मंत्रालय सुझाव दिया है कि यह एकीकृत डिजिटल पहचान नागरिक को इन पहचानों पत्रों को नियंत्रण में रखकर सशक्त बनाएगी और उन्हें यह चुनने का विकल्प प्रदान करेगी कि किस उद्देश्य के लिए किसका उपयोग करना है. प्रस्ताव के जल्द ही सार्वजनिक होने की उम्मीद है और मंत्रालय 27 फरवरी तक लोगों की प्रतिक्रियाएं मांगेगा.

सभी राज्यों की आईडी भी होगी लिंकइस एकीकृत डिजिटल पहचान के तहत केंद्रीय के साथ-साथ अलग-अलग राज्यों के पहचान पत्रों को भी एक साथ रखा जा सकेगा. साथ ही ईकेवाईसी (EKYC) के माध्यम से इस डिजिटल आईडी का उपयोग अन्य थर्ड पार्टी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए उपयोग किया जा सकता है. इसके अलावा एक नागरिक की सभी डिजिटल पहचान को एक दूसरे के साथ जोड़ा जा सकता है, जो मसौदा प्रस्ताव के अनुसार बार-बार सत्यापन प्रक्रिया की आवश्यकता को समाप्त कर देगा.

2017 में बनाया था प्लानमंत्रालय ने इंडिया एंटरप्राइज आर्किटेक्चर (इंडईए) 2.0 के तहत प्रस्ताव पेश किया है. इंडईए को पहली बार 2017 में “सरकारी संगठनों के व्यावसायिक दृष्टिकोण के साथ आईटी विकास को सक्षम करने के लिए” प्रस्तावित और डिजाइन किया गया था. तब इसे अपडेट किया गया है. 2.0 संस्करण में InDEA एक ऐसे ढांचे का प्रस्ताव करता है, जो सार्वजनिक और साथ ही निजी क्षेत्र की कंपनियों को “ग्राहकों को समग्र और एकीकृत सेवाएं” देने के लिए “जो उनकी संगठनात्मक सीमाओं से परे हो सकता है” आईटी वास्तुकला का निर्माण और डिजाइन करने में सक्षम बनाता है.

Ref: pib,

 

No comments: