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Tuesday, March 18, 2025

JOB Oriented certificate course- National Skill Qualification Framework- भारत में जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स और राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (NSQF)

 

भारत में जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स और राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (NSQF)

परिचय

भारत में युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए सरकार और निजी संस्थानों द्वारा कई प्रकार के जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स चलाए जा रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (National Skill Qualification Framework - NSQF) के अंतर्गत लाया गया है, ताकि छात्रों को एक मानकीकृत, उद्योग केंद्रित और व्यावसायिक शिक्षा प्रणाली प्रदान की जा सके। NSQF विभिन्न सेक्टरों के कौशल विकास के लिए एक संरचना प्रदान करता है, जिससे सीखने वालों को प्रमाणन के साथ रोजगार के बेहतर अवसर मिलते हैं।

1. राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (NSQF) क्या है?

NSQF भारत सरकार द्वारा विकसित एक योग्यता ढांचा (Qualification Framework) है, जो विभिन्न व्यावसायिक और तकनीकी कौशल पाठ्यक्रमों को एकीकृत करता है। इसका मुख्य उद्देश्य देश में कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना और इसे एक संरचित प्रणाली में बदलना है।

NSQF की विशेषताएँ:

  1. योग्यता आधारित ढांचा: शिक्षा और प्रशिक्षण को कौशल आधारित बनाना ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार योग्य बनाया जा सके।
  2. स्तरीय संरचना: NSQF में 10 स्तर (Level 1 से Level 10) होते हैं, जो किसी व्यक्ति की कौशल, ज्ञान और योग्यता को मान्यता देते हैं।
  3. कौशल संचालित शिक्षा: यह विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण को मान्यता देता है और विभिन्न स्तरों पर प्रमाणन (Certification) प्रदान करता है।
  4. लचीलापन (Flexibility): सीखने वाले औपचारिक, अनौपचारिक और गैर-औपचारिक तरीकों से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
  5. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यता: NSQF के तहत मिलने वाले प्रमाणपत्र और डिग्री भारत और अन्य देशों में मान्यता प्राप्त होते हैं।

2. जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स की आवश्यकता

भारत में बेरोजगारी की समस्या को देखते हुए व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देना जरूरी है। जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स निम्नलिखित कारणों से आवश्यक हैं:

  1. रोजगार के अवसर बढ़ाना: ये कोर्स उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार डिज़ाइन किए गए हैं, जिससे छात्रों को तुरंत नौकरी के अवसर मिलते हैं।
  2. तकनीकी कौशल विकसित करना: औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्रों में रोजगार के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
  3. छोटी अवधि में रोजगार प्राप्त करना: ये कोर्स 3 महीने से 1 वर्ष की अवधि में पूरे किए जा सकते हैं, जिससे उम्मीदवार जल्द ही नौकरी पा सकते हैं।
  4. कम लागत, अधिक लाभ: अन्य डिग्री पाठ्यक्रमों की तुलना में इनका शुल्क कम होता है और रोजगार की गारंटी अधिक होती है।
  5. स्टार्टअप और स्वरोजगार: कई कोर्स उद्यमिता और स्वरोजगार को बढ़ावा देते हैं, जिससे लोग अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

3. विभिन्न सेक्टरों में जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स

NSQF के अंतर्गत कई क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। नीचे विभिन्न क्षेत्रों के महत्वपूर्ण कोर्स की सूची दी गई है:

A. आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर

  1. डिजिटल मार्केटिंग सर्टिफिकेट कोर्स
  2. वेब डेवलपमेंट और वेब डिज़ाइनिंग
  3. डेटा साइंस और मशीन लर्निंग
  4. साइबर सिक्योरिटी और एथिकल हैकिंग
  5. क्लाउड कंप्यूटिंग और AWS सर्टिफिकेशन
  6. फुल स्टैक डेवलपमेंट कोर्स
  7. मोबाइल ऐप डेवलपमेंट (Android/iOS)
  8. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कोर्स

B. स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र (Healthcare Sector)

  1. मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन (MLT)
  2. फार्मेसी असिस्टेंट कोर्स
  3. होम हेल्थ केयर प्रोवाइडर (Home Care Nursing)
  4. डायग्नोस्टिक तकनीशियन कोर्स
  5. आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं (Emergency Medical Services - EMS)
  6. फिटनेस ट्रेनर और न्यूट्रिशन कोर्स

C. मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल ट्रेड्स

  1. वेल्डिंग टेक्नीशियन कोर्स
  2. इलेक्ट्रिशियन और वायरिंग टेक्नीशियन
  3. रिपेयरिंग और मेंटेनेंस कोर्स (AC, Refrigerator, Motor Mechanic)
  4. ऑटोमोबाइल मैकेनिक और EV टेक्नीशियन
  5. CNC मशीन ऑपरेटर कोर्स
  6. रोबोटिक्स और ऑटोमेशन कोर्स

D. बैंकिंग, वित्त और लेखांकन

  1. GST और टैक्सेशन कोर्स
  2. इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और स्टॉक मार्केट कोर्स
  3. एकाउंटिंग सर्टिफिकेशन (Tally, SAP, QuickBooks)
  4. फाइनेंशियल एनालिसिस और रिस्क मैनेजमेंट

E. होटल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर

  1. फूड एंड बेवरेज मैनेजमेंट
  2. फ्रंट ऑफिस और कस्टमर सर्विस ट्रेनिंग
  3. हाउसकीपिंग और होटल मैनेजमेंट
  4. बेकरी और कुकिंग कोर्स
  5. टूरिज्म और ट्रैवल एजेंसी मैनेजमेंट

F. निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर

  1. सिविल ड्राफ्ट्समैन कोर्स
  2. ऑर्किटेक्चरल डिजाइन और CAD कोर्स
  3. प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और निर्माण तकनीक कोर्स

G. उद्यमिता और छोटे व्यवसाय प्रबंधन

  1. MSME बिजनेस मैनेजमेंट कोर्स
  2. स्टार्टअप और उद्यमिता ट्रेनिंग
  3. ई-कॉमर्स बिजनेस और डिजिटल सेलिंग

4. NSQF के तहत प्रमाणन और रोजगार अवसर

  • Level 1-4: बेसिक स्किल्स और एंट्री-लेवल नौकरियों के लिए।
  • Level 5-7: एडवांस स्किल्स और सुपरवाइजर लेवल की नौकरियों के लिए।
  • Level 8-10: विशेषज्ञता और अनुसंधान आधारित नौकरियों के लिए।

5. भारत में कौशल विकास योजनाएँ और संसाधन

सरकार ने NSQF को लागू करने के लिए कई योजनाएँ और संसाधन विकसित किए हैं:

  1. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
  2. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY)
  3. राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (NAPS)
  4. उद्योग-संयुक्त कौशल विकास कार्यक्रम

निष्कर्ष

राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (NSQF) के तहत जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स बेरोजगार युवाओं को कुशल बनाकर उन्हें रोजगार दिलाने में मदद कर रहे हैं। इन कोर्स की मदद से भारत में तकनीकी दक्षता, उत्पादकता और उद्यमिता को बढ़ावा मिल रहा है, जिससे अर्थव्यवस्था में भी सुधार हो रहा है। इन कार्यक्रमों को अपनाकर युवा अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं और भारत को एक "स्किल्ड इंडिया" बनाने में योगदान दे सकते हैं।

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