क्या कबूतरों को दाना खिलाना उचित है ?ज्योतिष के हिसाब से क्या सही है।
कबूतरों को दाना खिलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है। सभी परिंदे बहुत ही चंचल और मासूम होते हैं। लेकिन कबूतर चंचल कम और मासूम ज्यादा होते हैं। कबूतरों को दाना खिलाना लोगों को बहुत ही अच्छा लगता है। हमारे शास्त्रों में कबूतरों को शांति का प्रतीक माना गया है। साथ ही कबूतर अपने जीवनसाथी के लिए बहुत ही ईमानदार होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि कबूतरों को दाना खिलाने के लिए अपने छत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कबूतर को दाना डालना एक पुण्य का काम है, लेकिन इसमें कुछ सावधानी रखनी चाहिए।
कबूतर को सुबह 7 से 8 ओर शाम को 6 से 7 बजे दाना देने से धन में लाभ होता है। कबूतर को कभी भी रात में दाना नही देना चाहिए इससे स्वस्थ की हानि होती है। मेष मिथुन कन्या ओर सिंह राशि वालो को कबूतर को दान देने से लाभ होता है। और अगर किसी की राशि मे बुध और राहु खराब स्थान पर हो तो उन्हें कबूतर को दान नही देना चाहिए। छत पर कबूतर को दाना नही देना चाहिए।
कबूतर की गुटर गू अगर शाम को सुनाई पड़े तो घर पर चोरी होने का अंदेशा होता है। सुबह कबूतर की गुटर गू सुनने पर मधुर माहौल होता है। ज्योतिष में कबूतर को दान खिलाना बुध को बलवान करने का उपाय माना जाता है।
घर की छत राहु का प्रतिनिधत्व करती है। अगर घर की छत पर कबूतर को दाना डाला जाता है बुध और राहु का मिलन होता है तो बुद्ध और राहूँ एक ही घर मे रहते है और कबूतर गन्दगी फलते है तो राहू कू प्रभाव देता है। कुंडली मे अगर राहू ओर बुद्ध एक ही घर पर हो तो कबूतर को दाना नही डालना चाहिए। छत पर कबूतर गंदगी करते है जिससे राहू क्रोधित हो जाते है और जातक को बुरा प्रभाव देते है।
कबूतर का घर पर घोसला बनाना आर्थिक स्थिति से सही नही होता है।इससे घर की आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
विज्ञान के अनुसार भी घर पर कबूतरों को दाना नही डालना चाहिए। इससे फेफड़ो ओर अस्थमा की समस्या हो सकती है।
जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह का प्रभाव अनुकूल नहीं होता उन्हें कबूतर को दाना डालने की सलाह दी जाती है।
अगर आपके मन में भी दिनभर बेचैनी-सी रहती है। आपके काम ठीक समय पर पूरे नहीं हो रहे हैं। पारिवारिक क्लेश नियमित रूप से चलता रहता है। स्वास्थ्य ठीक नहीं है आदि.... तो निश्चित ही आपको पक्षियों को दाना खिलाने से आनंद की प्राप्ति होगी और आपके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।
चींटी, चिड़ियों, गिलहरियां, कबूतर, तोता, कौआ और अन्य पक्षियों के झुंड और गाय, कुत्तों को नियमित दाना-पानी देने से आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी। अत: पशु-पक्षियों को दाना-पानी देने से ग्रहों के अनिष्ट फल से छुटकारा मिलता है।
*कुंडली में यदि राहु-केतु की महादशा हो तो पशु-पक्षियों को बाजरा डालना चाहिए।
* पशु-पक्षियों को ज्वार खिलाने से शुक्र ग्रह की पीड़ा दूर होती है।
* गेहूं खिलाने से सूर्य की पीड़ा दूर होती है।
* चावल से मानसिक परेशानियां दूर होकर मानसिक शांति मिलती है।
* मूंग की दाल से बुध ग्रह से होने वाली परेशानियों से निजात पाई जा सकती है।
*चने की दाल से गुरु की कृपा प्राप्त होती है।
*कौओं और कुत्तों को ग्रास देने से शनि, राहु और केतु प्रसन्न होते हैं।
*गिलहरियों को बाजरा, बिस्किट, रोटी खिलाने से जीवन में आने वाली हर कठिनाई से आसानी मुक्ति मिल जाती है।
*चींटियों के लिए 100 ग्राम शक्कर या बेसन के लड्डू, पंजीरी खिलाने से आपके स्वास्थ्य में लाभ तो होगा ही, आपको मानसिक शांति का अहसास भी होगा।

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