यूक्रेन कमजोर था अंत तक अमेरिका का मुह देखता रहा !!
होंग कॉन्ग ने समृद्धि बहुत कमाई पर रक्षा तंत्र पर काम नही किया उस पर चीन ने कब्जा कर लिया !!
नेपाल कमजोर है चीन ने जvबरन उसके गांवों पर कब्जा किया हुआ है !!
नेहरू जी कमजोर प्रधानमंत्री थे तिब्बत दे बैठे चीन को !!
एक राष्ट्र केवल व्यापार या संस्कृति नही होता राष्ट्र राष्ट्र तब बनता है जब उसकी सीमाएं सुरक्षित हो !!!
आज के हालात देख कर लगता है हो सकता है हमने पेट्रोल महंगा भराया हो जी एस टी से लोगो को तकलीफ हुई हो पर इस सरकार ने एक राष्ट्र के रूप में हमे बहुत सुरक्षित कर दिया है !!!
आज हमारे पास विश्व की जानी मानी सेना है जो घर मे घुस कर मारती है वो सेना है जिसकी आंखों से चीन भी घबराता है !!!
धन समृद्धि तो समय के साथ आ ही जायेगा पर ये जो राष्ट्र मोदी ने सुरक्षित किया है इसका कर्जदार तो हर राष्ट्र प्रेमी रहेगा !!!
जय माँ भारती !!
यूरोपियन देश #यूक्रेन में बड़ी बड़ी शानदार बिल्डिंगें है.. चमचमाती हुई सड़कें और लंबी लक्जरी कार गाडियां हैं सड़कों पर साइकिल तो क्या दोपहिया वाहन भी दिखाई नहीं देते क्योंकि सबके पास महंगी लक्जरी गाडियां जो है अच्छे मेडिकल कॉलेज भी है...
युनिवर्सिटी है तभी तो मेडिकल शिक्षा के लिए भारत के हजारों छात्र यूक्रेन में पढ़ाई कर रहें हैं यानि यूक्रेन में चारों तरफ संपन्नता है अगर नहीं है तो सामरिक शक्ति ,मजबूत सेना , अत्याधुनिक हथियार और वहां की जनता में राष्ट्रवादी भावना यही कारण है कि मात्र दो घंटे में रुस ने यूक्रेन को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया यूक्रेन के
सेनिक भाग खड़े हुए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति आम लोगों से युद्ध लड़ने की अपील कर रहें हैं..
इसके लिए सारी पाबंदियां भी हटा दी गई है... यूक्रेन आम नागरिकों को युद्ध लड़ने के लिए हथियार देने की बात भी कह रहा है पर मजाल यूक्रेन का एक भी नागरिक युद्ध लड़ने को तैयार हुआ हो , क्योंकि यूक्रेन के नागरिकों में इजराइल के नागरिकों की तरह राष्ट्रवाद की भावना ही नहीं है।
वह तो एशो आराम की जिन्दगी जीने के आदी हो चुके हैं। यूक्रेन के स्कूल कालेज, युनिवर्सिटी, बाजार, दुकान,आफिस सब बन्द कर दिये गये हैं। सब कारोबार चौपट हो गया है। कारखाने फैक्ट्री सब बन्द हो गये
सब कारोबार चौपट हो गया है कारखाने फैक्ट्री बंद हो गई लोग रोजगार तो क्या अपनी जान बचाने के लिए सिमित संख्या में मौजूद बंकरों में छुप रहें हैं अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों में शरण ले रहें हैं। यानि सब कुछ होते हुए भी यूक्रेन आज जिंदगी की भीख मांग रहा है।
भक्त की नजरों से यूक्रेन....की स्थिति का व्याख्यान
ये लेख भारत के उन लोगों को समर्पित है जो राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादियों को गाहे बगाहे गालियां देते रहते हैं तथा सिर्फ महंगाई, बेरोजगारी और आलू प्याज टमाटर तथा मुफ्त की योजनाओं को ही देश के विकास का पैमाना मान बैठे हैं। यह लेख राहुल गांधी के उस मूर्खतापूर्ण बयान को भी आइना दिखाता है जिसमें अभी कुछ ही दिनों पहले राहुल गांधी ने कहा था कि सेना की मजबूती अत्याधुनिक हथियारों के जखीरे इकट्ठा करने से देश का विकास नहीं होता राहुल गांधी जैसे मंदबुद्धि को रुस यूक्रेन युद्ध से शाय़द थोड़ी अक्ल आ जाये हम ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं और उन मुफ्तखोरों को भी समझ आ जायेगी, क्योंकि किसी भी देश के विकास का रास्ता उसकी सैनिक ताकत, सीमाओं की मजबूत सुरक्षा और अत्याधिक हथियारों से होकर निकलता है।
भक्त की नजर से बढ़ते पेट्रोल डीज़ल के दाम।
मोदी सरकार में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने पर रोने वाले लोग किस मुंह से खुद को राष्ट्रवादी कहते है ?
क्या ये बढ़ा हुआ पैसा राष्ट्र के विकास में खर्च नहीं हो रहा ?
क्या आपके टैक्स की पाई पाई सेना के आधुनिकरण पर नहीं खर्च हो रही ?
क्या आपके द्वारा दिया गया किसी भी प्रकार का टैक्स किसी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है ?
क्या आपके द्वारा पेट्रोल डीजल पर चुकाई जा रही कीमतों से रोड, ब्रिज, टनल, 2 साल से 80 करोड़ को मुफ्त अनाज, 130 करोड़ लोगो को दो डोज मुफ्त वैक्सीन इत्यादि पर खर्च नहीं किया जा रहा है ?
तो क्यों रो रहे हो ? हां अगर ये सारा पैसा मोदीजी अपनी जेब में भर रहे हों या अपने किसी रिश्तेदारों की जेब में भर रहे हो, देश में कोई विकास का काम धाम न हो रहा हो, सेना को मजबूत न किया जा रहा हो, विभिन्न क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित न किया जा रहा हो, तब तो आपका पेट्रोल डीजल और गैस की बढ़ी कीमतों पर रोना समझ में आता है।
आपके द्वारा टैक्स के रूप में दी जा रही पाई पाई मोदी सरकार राष्ट्र के निर्माण में खर्च कर रही है।
ऐसे ही नहीं 7 लाख किलोमीटर से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की सड़कें बन रही है।
ऐसे ही नहीं 50 हजार किलोमीटर लंबे हाईवे एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है।
ऐसे ही नहीं सीमाओं पर, दुर्गम पहाड़ी इलाकों में हजारों किलोमीटर पक्की सड़कें, सैकड़ों ब्रिज और सुरंगे बन रही है।
ऐसे ही नहीं हजारों किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन बिछ रही है।
हम सबको यह समझना होगा की पेट्रोल डीजल की खेती हमारे घर में नहीं होती है। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से खरीदना पड़ता है। बाजार में जो भाव होगा उसी भाव पे तो खरीदना पड़ेगा।
आपको सस्ता पेट्रोल डीजल उपलब्ध करवाने के लिए मोदी सरकार अमेरिका से पंगा लेते हुए रूस से डिस्काउंट पर क्रूड ऑयल खरीद रही है। वरना क्या जरूरत थी मोदी सरकार को ऐसा करने की ?
आपातकालीन परिस्थिति के लिए सरकार 90 दिनों का स्ट्रेटजिक क्रूड ऑयल रिजर्व बना रही है।
पेट्रोल डीजल के दाम केवल भारत में ही नहीं बढ़े है, दुनिया भर में बढ़े है। उन देशों में भी बढ़े है जहां इसका उत्पादन होता है।
या तो मोदी सरकार भी वही कांग्रेसियों वाला काम करे और पेट्रोल डीजल गैस के दाम कम रखने के लिए देश की जनता को बिना कुछ बताए लाखों करोड़ों का ऑयल बॉन्ड ऋण ले ले और उसके भुगतान का बोझ आने वाली पीढ़ियों पर डाल दे। तब आप खुश रहेंगे ?
आपको दिख नहीं रहा की मोदी सरकार आपको राहत पहुंचाने के लिए कितनी तेजी से पेट्रोल डीजल के विकल्प पर काम कर रही है ? जगह जगह इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करवा रही है। इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा दे रही है। फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाली गाड़ियां बनाने के लिए ऑटोमोबाइल कम्पनियों पर दबाव बना रही है। इथेनॉल का उत्पादन बढ़ा रही है। इतना ही नहीं हाइड्रोजन फ्यूल पर चलने वाली गाड़ियां भी जल्द ही लेकर आ रही है। इसके अलावा भविष्य में सस्टेनेबल ईंधन के नये विकल्पों का पता लगाने के लिए रिसर्च पर पैसा खर्च कर रही है।
ये सारे काम फ्री तो होंगे नहीं... पैसा लगेगा... आपके पैसे का सही उपयोग हो रहा है... आपका पैसा राष्ट्र निर्माण में लग रहा है... जिसका फायदा आपको, आपकी आने वाली कई पीढ़ियों को होगा...
#TrustNaMo #ModiMatters